दूध के स्राव और निष्कासन की प्रक्रिया

दूध के स्राव की प्रक्रिया : -

जब बच्चा स्तन को चूसता है, तो संवेदी आवेग निप्पल से मस्तिष्क तक जाते हैं। जवाब में, माँ का मस्तिष्क प्रोलैक्टिन हार्मोन का उत्पादन करता है जो रक्त में से स्तन तक जाता है और दूध को स्रावित करने वाली कोशिका को दूध का उत्पादन कराने में मदद करता है। इस प्रक्रिया को प्रोलैक्टिन रिफ्लेक्स कहा जाता है। बच्चे का स्तनपान पूर्ण होने के बाद भी लगभग 30 मिनट तक माँ के रक्त में प्रोलैक्टिन रहता है। यह अगले स्तनपान के लिए स्तन में दूध स्रावित करने में मदद करता है। अधिक प्रोलैक्टिन रात में स्रावित होता है l lइसलिए रात में स्तनपान दूध की आपूर्ति को बनाए रखने में सहायक होता है। प्रोलैक्टिन ओव्यूलेशन को नहीं होने देता है इसलिए स्तनपान जन्म अन्तराल रखने में मदद करता है।

दूध के निष्कासन की प्रक्रिया: -

जब बच्चा स्तन को चूसता है, तो संदेश निप्पल से मस्तिष्क तक जाता है। जवाब में, मस्तिष्क ऑक्सीटोसिन हार्मोन का उत्पादन करता है जो रक्त से स्तन तक जाता है और एल्वियोली के आसपास की मांसपेशियों की कोशिकाओं का सुकड़न करवाता है। यह दूध को नलिकाओ से निप्पल की तरफ प्रवाह होने में मदद करता है । इसे ऑक्सीटोसिन रिफ्लेक्स या मिल्क इजेक्शन रिफ्लेक्स कहते है। यह रिफ्लेक्स भावनात्मक नियंत्रण में होता है। अगर मां बच्चे के रोने, छूने, देखने, सुनने और प्यार से सोचती है, तो ऑक्सीटोसिन रिफ्लेक्स काम करना शुरू कर देता है।

हालांकि अगर भावनात्मक रूप से परेशान या दर्द, बेचैनी या संदेह हो रहा हो तो, ऑक्सीटोसिन रिफ्लेक्स अच्छी तरह से काम नहीं करता है और बच्चे को दूध मिलने में कठिनाई होती है। ऑक्सीटोसिन रिफ्लेक्स को काम करने और दूध के प्रवाह को बनाए रखने के लिए माँ को शारीरिक और भावनात्मक रूप से सहारा देने की आवश्यकता होती है।