रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्योरिटी (आर.ओ.पी.) समय से पहले जन्मे तथा कम वजन के शिशुओं का आंख के पिछले भाग का चित्रपट (रेटिनल) विकार है। यह बिना किसी दृश्य दोष के हल्के लक्षण का हो सकता है, या यह आक्रामक हो सकता है, जो की रेटिना के अलग होने से लेकर अंधापन के चरण तक बढ़ सकता है। आमतौर पर जाँच से गुजरने वाले नवजात शिशुओं में से एक तिहाई में आर.ओ.पी. की कुछ मात्रा में या कुछ हद तक देखि जा सकता है जो सौभाग्य से अधिकांश में अपने आप ही ठीक हो जाता है l प्रभावित शिशुओं में, कुछ में यह रेटिना के अलग होने से लेकर अंधापन के चरण तक बढ़ जाता है। समय पर जाँच और (आर.ओ.पी.) के उपचार से अंधापन को रोका जा सकता है और दृश्य अपंगता को कम किया जा सकता है।
जन्म का वजन और गर्भकालीन आयु - गंभीर आर.ओ.पी. के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक
उपचार का उद्देश्य रेटिना को अलग होने से रोकना और अंधापन की घटनाओं को कम करना है।