स्तनपान के लाभ

स्तनपान के लाभ

माँ का दूध उनके बच्चे के लिए सबसे अच्छा उपहार है, जो बच्चे की जैविक और पोषण संबंधी आवश्यकता को पूरा करता है। माँ के दूध का कोई विकल्प नहीं है। स्तनपान स्वच्छ, सस्ता, सुरक्षित, प्राकृतिक और सहज है।

स्तनपान के लाभ:-

  1. शिशु के लिए: -
    • स्तनपान एक संपूर्ण आहार है और यह जीवन के पहले 6 महीनों के दौरान बच्चे को सभी पोषक तत्व प्रदान करता है जो आसानी से पचने योग्य होता है।
    • स्तनपान शरीर की सभी पांच इंद्रियों अर्थात् स्पर्श, दृष्टि, गंध, श्रवण और स्वाद को प्रेरित करता है, ।
    • स्तनपान करने वाले शिशुओं को एलर्जी संबंधी विकार जैसे दमा और खुजली होने की संभावना कम होती है।
    • स्तनपान में संक्रामक-विरोधी तत्त्व, बचाव करने वाले एंटीबॉडी और अनुकूल लैक्टोबेसिलस हैं, जो नवजात को दस्त, खांसी, सर्दी और अन्य संक्रमण (विशेष रूप से कान के संक्रमण) से बचाते हैं। स्तनपान कराने से शिशु में दस्त से होनेवाली मृत्यु की सम्भावना 14 गुना तक कम होती है, इसी तरह स्वसन संक्रम 4 गुना तक कम होता है और अन्य संक्रमण 3 गुना तक कम होता है|
    • स्तनपान करने वाले बच्चे तेज दिमाग और तेज बुद्धिमता के होते है, साथ ही उनका दृश्य विकास बेहतर होता है। अधिक मात्रा में डोकोसाहेक्सैनेइक एसिड (डीएचए), आर्किडोनिक एसिड (एआरए) और ईकोसैपटेनोइक एसिड स्तनदूध में मौजूद होते हैं जो बच्चे के बढ़ते मस्तिष्क,आंखों और स्वस्थ रक्त वाहिकाओं के लिए आवश्यक होते हैं।
    • स्तनपान करने वाले बच्चों को मधुमेह, हृदय रोग, , खुजली , दमा , संधिशोथ और बाद में जीवन में अन्य एलर्जी विकार होने की संभावना कम होती है।
    • स्तनपान में बहुत शुष्क और गर्म जलवायु के लिए भी पर्याप्त पानी होता है ।
    • स्तनपान करने वाले शिशुओं में “सद्देन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम” अचानक शिशु की मृत्यु होने की संभावना कम होती है|
  2. माता के लिए: -
    • स्तनपान के दौरान दूध को बाहर निकालने के लिए ऑक्सीटोसिन का स्राव होता है। ऑक्सीटोसिन गर्भाशय को प्रसव के बाद अपने पुराने स्तिथि में लाने में बढ़ावा देता है ताकि रक्तस्राव और एनीमिया (रक्त की कमी) का खतरा कम हो।
    • स्तनपान से ओव्यूलेशन और मासिक धर्म की शुरुआत में देरी होती है जो जन्म अन्तराल के लिए प्राकृतिक साधन है। गर्भनिरोधक शत-प्रतिशत नहीं है। स्तनपान कराने वाली माँ को उपयुक्त गर्भ निरोधकों का उपयोग करना चाहिए।
    • स्तनपान वांछित तापमान पर तुरंत उपलब्ध बना बनाया होता है।
    • स्तनपान माँ को सशक्त बनाता है और माँ और उनके बच्चों के बीच यह संबंध बढ़ाता है , माँ को तृप्ति होती है और मातृत्व की भावना जगाता है।
    • स्तनपान से स्तन और डिम्बग्रंथि (ओवरी) के कैंसर और हड्डियों को नाजुक और कमजोर होने की संभावना (ऑस्टियोपोरोसिस ) कम हो जाती है।


  3. पर्यावरण के लिए: -
  4. स्तनपान कराने से परिवार और समाज को आर्थिक बचत होती है। फार्मूला फीड, बोतल, वाशिंग बार आदि खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है,और ईंधन की खपत भी कम होती है। चिकित्सा लागतों की बचत, जो अन्यथा बोतल फीडिंग / फॉर्मूला फीड के परिणामस्वरूप संक्रमण के उपचार में खर्च होता है।

अन्य माँ का दूध

स्तनपान के अपार लाभों के कारण, WHO और UNICEF ने 1980 में एक संयुक्त बयान दिया “जहाँ अपनी माँ के लिए स्तनपान कराना संभव नहीं है, यदि उपलब्ध हो तो पहला विकल्प, अन्य स्रोतों से मानव दूध का उपयोग करना चाहिए। मानव दूध बैंकों को उपयुक्त परिस्थितियों में उपलब्ध कराया जाना चाहिए। मानव दूध बैंकिंग भारत में अपनी प्रारंभिक अवस्था में है। मानव दूध बैंकिंग की और बहुत कम ध्यान देने का प्रमुख कारण पाउडर दूध को बढ़ावा है।