प्रोजेस्टसर्ट और 2) लेवोनोर्गेस्ट्रोल। वे 5 साल के लिए प्रभावी हैं। स्तनपान करानेवाली माताओं के लिए इसे सुरक्षित रूप से दिया जा सकता है।
- संयुक्त मौखिक गर्भनिरोधक (सी.ओ.सी. गोलियां): - संयुक्त मौखिक स्टेरायडल गर्भनिरोधक का सबसे प्रभावी अस्थायी तरीका है। सीओसी गोलियों में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोजेस्टिन के संयोजन लेवोनोर्गेस्ट्रेल / नॉरएथेस्ट्रोन / डिसोगेस्ट्रेल होते हैं। एस्ट्रोजेन मुख्यतः एथिनिल एस्टेरोडिओल / मेस्ट्रानोल हैं। वर्तमान में "लिपिड फ्रेंडली" तीसरी पीढ़ी के प्रोजेस्टिन नाम के डिसोगेस्टेल, जेस्टोडीन और नॉरटेस्टिम बाजार में उपलब्ध हैं।
कैसे उपयोग करें: - नए उपयोगकर्ताओं को अपने मासिक धर्म चक्र के पहले दिन पर अपना गोली का पैक शुरू करना चाहिए। लगातार 21 दिनों के लिए सोने से पहले एक गोली दैनिक रूप से ली जाती है। उपयोग के पहले चक्र के दौरान, गर्भवती होने की संभावना को रोकने के लिए एक अतिरिक्त विधि का उपयोग करना चाहिए। 21 दिनों के निरंतर उपयोग के बाद, 7 दिन का विराम होना चाहिए। । अगले सप्ताह उसी दिन रक्तस्राव होने या न होने के अपेक्षा किए बिना नया पैक शुरू करें। इस प्रकार, "3 सप्ताह प्रयोग और 1 सप्ताह छुट्टी" का एक सरल नियम धार्मिक रूप से पालन किया जाना चाहिए। 28 गोलियों के पैक के लिए पैक के बीच कोई विराम नहीं होना चाहिए। गोलियों में से 7 लोहे / विटामिन की गोलियां होती हैं। यदि वह "21 गोलियाँ" से एक गोली लेना भूल जाती है, तो उसे अगले दिन 2 गोलियाँ लेनी चाहिए। यदि वह एक चक्र में एक से अधिक बार गोलियाँ लेना भूल जाती है तो वह अब पर्याप्त रूप से सुरक्षित नहीं है और उस चक्र के दौरान एक अवरोधक विधि का उपयोग करना चाहिए।
गर्भपात के अगले दिन गोली शुरू कर दी जानी चाहिए। स्तनपान न कराने वाली माँ में बच्चे के जन्म के 3 सप्ताह और स्तनपान कराने वाली माँ में इसे 6 महीने के बाद शुरू किया जाना चाहिए।
गोलियां कई चिकित्सा स्थितियों में प्रतिवाद हैं: -
- ह्रदय रोग (अतीत या वर्तमान)
- खून जमने का विकार (वर्तमान या अतीत)
- 35 वर्ष से अधिक उम्र का धूम्रपान करने वाली महिलाएं
- मधुमेह
- माइग्रेन/ अर्धशीर्षी
- महिलाओं में लिवर/ यकृत की बीमारियां होना
- थायराइड की बीमारी
- स्तनपान कराने वाली महिलाएं
- मोनिलियल योनिशोथ
साथ ही कई दवाएं सी.ओ.सी गोलियों के अवशोषण में बाधा डालती हैं और वे दुष्प्रभावों भी कराते है। इसलिए स्त्रीरोग विशेषज्ञ के साथ परामर्श करके गर्भ निरोधकों शुरू करना चाहिए और चिकित्सक से कोई भी दवा लिखाने से पहले सी.ओ.सी गोलियां सेवन करने के बारे में सूचित करना चाहिए।
- प्रोजेस्टिन केवल गोली (पी.ओ.पी. /मिनी गोली): -
इसमें एस्ट्रोजन का कोई यौगिक नहीं होता है और निम्नलिखित में केवल प्रोजेस्टिन की ही कम खुराक होती है: -
- नॉरथिस्टेरोन 350 माइक्रोग्राम
- देसोगेस्ट्रेल 75 माइक्रोग्राम
- लिनेस्ट्रेनॉल 500 माइक्रोग्राम
- नोरेस्टेल 30 माइक्रोग्राम
इसे बिना भूले रोजाना तय समय के दोनों तरफ 3 घंटे के अन्तर लेना होता है l सेवन में 3 घंटे से अधिक देरी होने पर महिला को तुरंत भुला हुआ गोली लेना चाहिए। अगले दिन निर्धारित गोली निर्धारित समय पर लेनी चाहिए, लेकिन 2 दिनों के लिए अतिरिक्त गर्भनिरोधक उपाय करना चाहिए। मुख्य त्रुटि सख्त दैनिक अनुपालन है।
स्तनपान करानेवाली माँ को 21 दिनों के बाद और गर्भपात के तुरंत बाद ही पी.ओ.पी शुरू कर देना चाहिए। महिला को पहले चक्र में पहले 2 दिनों में पूर्व सावधानी की जरूरत होती है।
फायदे के साथ, इसमें कुछ त्रुटि और प्रतिवाद हैं, स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने के बाद ही शुरू करें।
- इंजेक्शन प्रोजेस्टिन: - सख्त दैनिक अनुपालन को दूर करने के लिए, प्रोजेस्टोजेन के डिपो इंजेक्शन तैयार किए गए हैं। उपलब्ध दवा डिपो मेड्रोक्सीप्रोजेस्टेरोन एसीटेट (डीएमपीए) और नोर एथिस्टेरोनेंथेट (एनईटी-एन) हैं। इंजेक्शन को माँस में दिया जाता है।
- DMPA 150 मिलीग्राम हर 3 महीने में दिया जाता है।
- DMPA 300 मिलीग्राम हर 6 महीने में
- NET-EN 200 मिलीग्राम 2 मासिक अंतराल पर दिया जाता है
इंजेक्शन स्तनपान न कराने वाली माँ को एक महीने में और स्तनपान कराने वाली माँ को 3 महीने के बाद शुरू किया जाता है। इसे शुरू करने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें क्योंकि इसके अपने लाभ, त्रुटि और प्रतिवाद हैं।
- इम्प्लांट:-इमप्लांट में शामिल प्रोजेस्टोजन की विभिन्न मात्रा वाले प्रत्यारोपणों को गैर-प्रमुख हाथ के आंतरिक पहलू में कोहनी से 6-8 सेंटीमीटर ऊपर बाइसेप्स और ट्राइसेप्स मांसपेशी के बीच उपत्वचा में डाला जाता है। वे निम्नलिखित प्रकार के होते हैं।
- नॉरप्लांट I: - इसमें 6 कैप्सूल होते हैं जिनमें लेवोनोर्गेस्ट्रेल 5 साल तक के लिए रहता है।
- नॉरप्लांट II: -इसमें 2 कैप्सूल होते हैं जिनमें लेवोनोर्जेस्ट्रेल होता है जो 3 से 5 साल तक गर्भनिरोधक प्रदान कराता है। इम्प्लांट मासिक धर्म चक्र के पहले दिन, गर्भपात के 5 दिनों के भीतर और प्रसव के 3 सप्ताह बाद डाला जाता है। प्रत्यारोपण के पहले 7 दिनों तक अवरोध विधि का उपयोग करना चाहिए। यह प्रत्यारोपण के जगह निश्चेतना करके 5-10 मिनट मात्र में प्रक्रिया पूरी की जा सकती है। इसके उपयोग का अंत में या दुष्प्रभाव हो तो पहले ही चीरा लगाकर निकाल दिया जाता है।
- कैप्रोनोर: - ये शरीर में ही प्रकृतिक रूप से नष्ट होनेवाली एक कैप्सूल है ,जिसमें लेवोनोर्गेस्ट्रेल होते हैं जो 1 साल के लिए काम करता है ।
- सिलिकन योनि वृत्त: - सिल्स्टिक वृत्त में प्रोजेस्टोजेन होते है और महिला स्वयं इसे योनि में डालती हैं। 3 सप्ताह के लिए योनि में रखा जाता है और मासिक धर्म चक्र के आसपास एक सप्ताह के लिए हटा दिया जाता है। कुछ नए वृत्त को 3 महीने के लिए योनि में छोड़ दिया जाता हैं।
- चर्म पैचेस: -ये हार्मोनल पैच होते हैं जो नितंबों, पेट पर लगाए जाते हैं, इसमें से रोज 150mcg नॉरलेस्ट्रोमिन और 20 mcg EE2 निकलते हैं और यह 7 दिनों तक के लिए चलता हैं। 3 पैच का इस्तेमाल 21 दिनों तक लगातार किया जाता है 1 सप्ताह पैच मुक्त अंतराल के साथ।
- सेंट्चरोमन: - यह केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, लखनऊ द्वारा "सहेली" नाम से विकसित हैं। यह 30 मिलीग्राम की गोली मासिक धर्म के पहले दिन से शुरू होती है और 12 सप्ताह के लिए दो बार साप्ताहिक लिया जाता है और उसके बाद साप्ताहिक रूप से एक बार ली जाती है।
- संभोग के पश्चात गर्भ-निरोध: - "आपातकालीन गर्भनिरोधक" असुरक्षित संभोग, कंडोम का फटना, प्रोजेस्टिन गोलिया लेने में 3 घंटे से अधिक देरी (पी.ओ.पी. /मिनी गोली), गोली चुक होना, बलात्कार या यौन उत्पीड़न के बाद गर्भावस्था को रोकने के लिए आवश्यक है।
निम्नलिखित उपलब्ध उपाय: -
- संयुक्त 100 माइक्रोग्राम एथीनीलोइस्टृडिओल युक्त उच्च खुराक की दो गोलियाँ और 1 mg नोरेथिस्टेरोने या 500 माइक्रोग्राम लेवोनोर्जेस्ट्रल संभोग के 72 घंटे के भीतर ले फिर 2 गोलियाँ 12 घंटे बाद लिया जाता है।
- इथिनलोएस्ट्रैडिओल २.५ मिलीग्राम दो बार ५ दिनों के लिए सम्भोग के 72 घंटे के भीतर ।
- लेवोनोर्गेस्ट्रेल (एलएनजी) 0.75 मिलीग्राम 1 टैबलेट असुरक्षित संभोग के 72 घंटे के भीतर और एक अन्य 12 घंटे बाद या 2 गोलियां एकल खुराक के रूप में।
- मिफेप्रिस्टोन: - संभोग के 17 दिनों के भीतर 100 मिलीग्राम की एक एकल खुराक।
- सेंट्रोक्रोमन: -दो गोलियां 30 मिलीग्राम प्रत्येक कुल 60 मिलीग्राम 24 घंटे के भीतर जो 24 घंटे के भीतर किये गए सम्भोग के कारन हुयी गर्भावस्था को रोक सकती है।
- कॉपर टी (IUCD): - संभोग के 5 दिनों के भीतर डाला जाता है।
सभी तैयारी और विधियों में गर्भावस्था की दर 0-2% है। इसे शुरू करने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें l
- स्थायी विधि: - नसबंदी एक शल्य स्थायी पद्धति है l इसे गर्भावस्था को स्थायी रूप से रोकने के उद्देश्य से किया जाता है l यह उन दांपत्य के लिए उपयुक्त है जिन्होंने अपना पारिवारिक आकार पूरा कर लिया है। इस प्रक्रिया को पुरुष और महिला दोनों में किया जा सकता है।
- पुरुष नसबंदी (नसबंदी): - इसमें वास डिफेरेंस को काट के शुक्राणु मार्ग को बाधित करना शामिल है। शुक्राणु प्रजनन पथ में 3 महीने तक संग्रहीत रहता है, तब तक वैकल्पिक गर्भनिरोधक का उपयोग किया जाना चाहिए। यह महिला नसबंदी से बेहतर है।
- महिला नसबंदी (ट्यूबल लिगेशन): - यह फैलोपियन ट्यूब बंद करने की प्रक्रिया है।
शलक्रिया का समय: -
- प्रसव के पहले सप्ताह के भीतर जब माँ पहले से ही अस्पताल में हो तभी नसबंदी किया जा सकता है ।
- प्रसव के 6 सप्ताह बाद या जब महिला गर्भवती नहीं हो तो कभी भी अंतरावधि नसबंदी किया जा सकता है ।
- इसे चीर-फाड़ वाला प्रसव के और गर्भपात (एम.टी.पी.) के साथ किया जा सकता है।